भारतीय शेयर बाजार में 15 मई 2025 को जबरदस्त तेजी: सेंसेक्स 1,200 अंक उछला, निफ्टी 25,000 के पार
15 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने एक शानदार प्रदर्शन किया। बीएसई सेंसेक्स 1,200.18 अंकों की जबरदस्त तेजी के साथ 82,530.74 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 395.20 अंक चढ़कर 25,062.10 पर पहुंच गया।
सुबह की गिरावट, दोपहर की वापसी
दिन की शुरुआत बाजार में गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स 81,354.43 पर खुला और शुरुआती कारोबार में 560 अंक तक गिरकर 80,773 पर पहुंच गया। हालांकि, दोपहर के सत्र में बाजार ने जोरदार वापसी की और दिन के अंत में दोनों प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
तेजी के प्रमुख कारण
1. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदें – अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार भारत ने अमेरिका को ‘शून्य शुल्क’ वाला व्यापार प्रस्ताव दिया है, जिससे निवेशकों में उत्साह आया।
2. कमजोर वैश्विक कमोडिटी कीमतें – तेल और सोने की कीमतों में गिरावट से भारतीय अर्थव्यवस्था को राहत मिली और बाजार को मजबूती मिली।
3. विदेशी संस्थागत निवेशकों की खरीदारी – एफआईआई की तगड़ी खरीदारी से बाजार में तेजी आई।
4. आरबीआई की संभावित ब्याज दर कटौती – अगले महीने होने वाली मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बाजार को समर्थन दे रही हैं।
5. क्षेत्रीय स्थिरता – भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के संकेतों से भू-राजनीतिक स्थिरता बढ़ी है, जिससे निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ।
सेक्टोरल प्रदर्शन
सभी प्रमुख सेक्टरों में तेजी देखी गई। बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, आईटी और मेटल सेक्टर में निवेशकों की भारी खरीदारी देखने को मिली। बैंक निफ्टी में लगभग 553 अंकों की बढ़त दर्ज की गई।
प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन
Hero MotoCorp: 6% की बढ़त
JSW Steel: 5% की बढ़त
Tata Motors: 4.16% की बढ़त
HCL Technologies: 3.37% की बढ़त
Adani Ports: 2.19% की बढ़त
सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर हरे निशान में रहे, जबकि केवल IndusInd Bank में मामूली गिरावट (0.24%) दर्ज की गई।
निवेशकों की संपत्ति में वृद्धि
इस जबरदस्त तेजी के कारण निवेशकों की कुल संपत्ति में करीब ₹5 लाख करोड़ की वृद्धि हुई, जिससे बीएसई का कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर ₹440 लाख करोड़ तक पहुंच गया।
15 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन निवेशकों के लिए बेहद उत्साहजनक रहा। सकारात्मक वैश्विक संकेत, संभावित व्यापार समझौते और घरेलू नीतिगत अपेक्षाओं के चलते बाजार ने रिकॉर्ड तेजी दिखाई। आने वाले दिनों में निवेशकों की नजर अब वैश्विक घटनाक्रम, आरबीआई की नीति और विदेशी निवेश पर बनी रहेगी।


