संविधान में सबको समान अधिकार – पुन्नूलाल मोहले

मुंगेली, 14 अप्रैल। डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर संविधानोत्सव समिति मुंगेली द्वारा सतनाम भवन, गुरु घासीदास चौक में भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महापुरुष डॉ. अंबेडकर के विचारों, संघर्ष और उनके बनाए संविधान के महत्व को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधायक माननीय श्री पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि “डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान में सबको समान अधिकार मिला है, जिससे आज हर वर्ग को सम्मान और अवसर प्राप्त हो रहा है।”
इस अवसर पर विशाल रक्तदान शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विचार संगोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी रही। 50 रक्तदाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र, हेलमेट और इयरबर्ड देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में संजीत बनर्जी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि अंबेडकर जी का संदेश हमारे जीवन के मूल कर्तव्यों का मार्गदर्शन करता है। विकास खांडेकर ने अंबेडकर जी को सम्मानजनक जीवन का आधार बताया, वहीं डॉ. शिवकुमार बंजारा ने कहा कि उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
लक्ष्मीकांत जड़ेजा, मोहन लहरी, बलजीत सिंह कांत, शैलेश कुर्रे सहित कई वक्ताओं ने अंबेडकर जी के योगदानों को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जलेश्वरी गेंदले और सतीश रात्रे की टीमों ने मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। इस दौरान नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया।
विशिष्ट अतिथियों में रोहित शुक्ला, चित्रलेखा जांगड़े, रजनी सोनवानी, रेखचंद कोसले, कुलदीप पाटले, रवि कोसले, विष्णु खांडे, डॉ. विजेंद्र पाटले, उत्तम बंजारा सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संविधानोत्सव समिति के सदस्यों लक्ष्मीकांत जड़ेजा, मोहन लहरी, राजकुमार यादव, प्रभात बंजारे, शैलेश कुर्रे, जितेंद्र घृतलहरे, सुरेंद्र लहरें आदि की प्रमुख भूमिका रही।
यह आयोजन डॉ. अंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और सामाजिक समरसता को मजबूती प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हुआ।



