मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह : मुंगेली में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित, कलेक्टर-एसपी ने शिक्षकों को किया सम्मानित

मुंगेली, 02 अप्रैल 2025 // मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण 2024-25 के अंतर्गत शिक्षा विभाग द्वारा जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन सभागार में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने जिले के उत्कृष्ट शिक्षकों को शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
समारोह में कलेक्टर-एसपी ने मीनदास पात्रे, राजकुमार कश्यप और श्रीमती ममता दर्शन को ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित किया तथा उन्हें सात-सात हजार रुपये की राशि का चेक प्रदान किया। इसके साथ ही शिक्षादूत पुरस्कार अंतर्गत दिलीप जाटवर, श्रीमती अनिता शुक्ला, श्रीमती प्रिया भास्कर, अभिजीत तिवारी, श्रीमती शारदा ताम्रकार, गजानंद राज, श्रीमती पुष्पलता सोनवानी, श्रीमती नीलम यादव और प्रदीप कुमार साहू सहित 12 शिक्षकों को पाँच-पाँच हजार रुपये की राशि और प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए।
कार्यक्रम में इस शैक्षणिक सत्र में सेवानिवृत्त होने वाले 18 शिक्षकों तथा संकुल स्तर पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले 6 संकुल शैक्षिक समन्वयकों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त पीएम श्री नवोदय विद्यालय दाबो मुंगेली में चयनित 40 विद्यार्थियों को उपहार देकर शुभकामनाएं दी गईं।
अनुभव ही जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक : कलेक्टर राहुल देव
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से किया गया। अपने उद्बोधन में कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि अनुभव ही जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक होता है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा के साथ निभाएं और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में कोई कसर न छोड़ें। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा और खेल के बीच संतुलन बनाए रखने तथा सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से बचने की सलाह दी। कलेक्टर ने अभिभावकों से भी अपील की कि वे बच्चों के मानसिक, शारीरिक और नैतिक विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं।
शिक्षक समाज के सच्चे मार्गदर्शक : एसपी भोजराम पटेल
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि शिक्षक न केवल ज्ञान का संचार करते हैं बल्कि समाज को सही दिशा भी प्रदान करते हैं। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद के उदाहरण देते हुए बताया कि जब शिक्षक अपने शिष्यों को पुत्रवत स्नेह देते हैं, तो समाज को महान व्यक्तित्व प्राप्त होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से योग, संतुलित आहार और नियमित दिनचर्या अपनाने का आग्रह किया तथा आध्यात्मिक मूल्यों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में मंच संचालन कलेक्टोरेट अधीक्षक श्री अशोक सोनी ने किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह ने जिले में शिक्षा के प्रति सम्मान और प्रेरणा का वातावरण निर्मित किया।

